16) गुण, शील, चाल-चलन, ख़ूबी, ગુણ અવગુણ
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*"दुखी"रहना है तो*,
*हर किसी में कमी खोजो,*
*और*
*"प्रसन्न" रहना है*,
*तो हर किसी में "गुण" खोजो।*
કોઈપણ મનુષ્યના હાસ્ય પરથી ઘણીવાર તેનાં ગુણ અવગુણ અને પ્રકૃતિ પારખી શકાય છે.
~ દત્તકૃષ્ણાનંદ
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किसी भी इंसानकी हँसीसे अक्सर उसके गुण अवगुण और प्रकृति जांच सकते हैं |
~ दत्तकृष्णानंद
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