नृत्य, नाच, Dance
LIFE का एक RHYTHM है,
अगर उस RHYTHM को आप समझ जाओ और
उसके हिसाब से ACT करो तो क्या वो DANCE नहीं है?
~ संदीप महेश्वरी
अगर आप ध्यान से मेरे SESSIONS को कभी सुनोगे
बारीकी से OBSERVE करोगे. तो आप देखोगे मेरे अन्दर एक सुर चल रहा होता है,
मैं कही खोया हुआ होता हूँ और
WORDS अपने आप बाहर आ रहे होते है.
तो क्या वो DANCE नहीं है?
~ संदीप महेश्वरी
जो लोग आपके AGAINST है. आप कहते हो मैं उनकी वजह से कुछ नहीं कर रहा. क्यों कह रहे हो ऐसा? क्योकि आप इस RHYTHM को समझ नहीं पा रहे हो. इस RHYTHM के हिसाब से आप DANCE नहीं कर रहे हो. मतलब LIFE का जो खेल है न उसको हम समझ नहीं पा रहे है.
~ संदीप महेश्वरी
अगर उस RHYTHM को आप समझ जाओ और
उसके हिसाब से ACT करो तो क्या वो DANCE नहीं है?
~ संदीप महेश्वरी
अगर आप ध्यान से मेरे SESSIONS को कभी सुनोगे
बारीकी से OBSERVE करोगे. तो आप देखोगे मेरे अन्दर एक सुर चल रहा होता है,
मैं कही खोया हुआ होता हूँ और
WORDS अपने आप बाहर आ रहे होते है.
तो क्या वो DANCE नहीं है?
~ संदीप महेश्वरी
आपको ये पता होना चाहिए की जिंदगी का एक सुर है.
अगर उस सुर के हिसाब से मैं नाचता रहा तो
आज नहीं तो कल ये पूरी की पूरी दुनिया मेरे साथ में नाच रही होगी.
बड़ी STATEMENT है ये! इसको समझने में आपको पूरी LIFE लगेगी.
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